बालार्क प्रकाशन ने पुस्तक विमोचन कार्यक्रम आयोजित किया


 

सिलचर से मदन सिंघल की रिपोर्ट 

बालार्क प्रकाशन द्वारा बराक चाय श्रमिक यूनियन के सभागार मे सुप्रसिद्ध हिंदी एवं बांग्ला के साहित्यकार तथा संस्थापक अशोक वर्मा के निर्देशानुसार समाजसेवी बाबुल नारायण कानू ने सभा का संचालन किया उनकी टीम ने सभी व्यवस्था की। समारोह की अध्यक्षता डा संतोष रंजन चक्रवर्ती ने करते हुए अशोक वर्मा के साहित्य के प्रति जुनून पर चुटकी ली कि मेजबान बैंगलोर में मेहमान विमोचन एवं सम्मान समारोह मे। श्री वर्मा के अध्यापन एवं साहित्य जीवन पर प्रकाश डाला तथा सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद अतिथियों मे समरकांति राय चौधरी, श्रमिक नेता पूर्व लखीपुर विधायक राजदीप ग्वाला, कवि समर विकास चक्रवर्ती, अंजू एंदो, मीता दास पुरकायस्थ पत्रकार एवं साहित्यकार मदन सुमित्रा सिंघल, रवि नुनिया, शंकर चक्रवर्ती को तिलक लगाकर तथा उत्तरीय से सम्मानित किया गया। तीन पुस्तकों का विमोचन किया गया। भावनाओं के जुगनू ( अशोक वर्मा), स्वप्न विभोर ( अपर्णा देव) तथा नाम नहीं ( समर विकास चक्रवर्ती) सभी का हिंदी अनुवाद अशोक वर्मा ने किया। 

कवियत्री श्रीमती मधु पारख तथा पत्रकार योगेश दूबे को ठाकुर प्रसाद स्मृति पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र एवं शाल भेंट किया। दोनों ने आयाजकों का आभार व्यक्त किया। प्रशस्ति पत्र पाठ  डा रीता सिंह यादव एवं राजकुमारी मिश्रा ने किया। श्रीमती सीमा स्वर्णकार ने अशोक वर्मा की एक कविता का पाठ किया। सभी अतिथियों ने अशोक वर्मा की साहित्य तपस्या को नमन करते हुए कहा कि भले ही वो बैंगलोर में रहते हैं लेकिन उनका शिलचर कछार एवं बराकघाटी से जुडाव अभी भी है इसलिए वृद्ध अवस्था मे भी साहित्य सेवा कर रहे हैं। प्रदीप कुर्मी ,दुर्गेश कुर्मी चंद्रशेखर ग्वाला, राजू वर्मा, विशुद्धानन्द महतो,लालन प्रसाद ग्वाला, बिंदु सिंह, टीना वर्मा, विश्व जीत कोईरी, देवाशीष कानू नूर अमीन, शिवचरन रविदास,सुदीप ग्वाला सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया। सभी के लिए जलपान की उतम व्यवस्था की गई। बैंगलोर से साहित्यकार अशोक वर्मा ने सभी साहित्यकारों पुरस्कार पाने वाले दोनों युवा कवियों एवं निवेदन पर पधारे अतिथियों का धन्यवाद किया।